सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जुलाई, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

इस पौधे को ज़मीन मिली है कितनी प्यारी....

 ज़िन्दगी जितनी हल्की और मौत जितनी भारी। .....  डर जैसी डरावनी और उम्मीद जैसी प्यारी। ........  आंसू जितनी बंद पर्दों में , और मुस्कराहट जितनी दुनिया के आगे सारी। ....  हर बूँद सी समा ली तुमने, इस पौधे को ज़मीन मिली है कितनी प्यारी....  आया तू इंद्रधनुष जैसे , बादलॉ के बाद हर रंग की छवि जीवन में उतारी. .......  fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , flyfreely hindi, shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love