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फ़रवरी, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आवाज़ तो जल्दी चली जाती है........

आवाज़ तो जल्दी चली जायेगी। ......  बात पहुंचे तो कुछ बात है। ...  इज़हार तो फिर भी आसान है।  .........  प्यार हो जाए तो कुछ बात है। ....  हथियारो से तो हरा सकते हो।   बिना लहू बहाये जीत जाओ तो कुछ बात है।   fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , flyfreely hindi, shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love, 

ज़िन्दगी की गिनती शायद घड़ी न कर पाए। .....

  ज़िन्दगी की गिनती शायद घड़ी न कर पाए। .....  जब एक पल रुहानी से नशे का  सदियों पे हावी हो जाए। ........  fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , flyfreely hindi, shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love

मुझे तो आर पार होना है।

क्या दिखना है और क्या दिखाना है। .......    क्या छुपाना और क्या बताना है। .......  ये सहने और कहने की जंग। .....  ये नापतोल बातों की और ये नक़ाबों के रंग। ......  मुझे तो आर पार और साफ़ होना   है। .....  बस खुदा से और खुद से माफ़ होना है।........ ........ ........ (fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , flyfreely hindi, shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love )

भीड़ नहीं , आज़ाद बनेंगे। भेड़ नहीं. शेर बनेंगे। ......

 भीड़ नहीं , आज़ाद बनेंगे।      भेड़ नहीं. शेर बनेंगे।  .. भय और लालच से गुमराह नहीं , अपने सत्य हम खुद परखेंगे।  .. डर और नफरत की चाशनी नहीं , शक्ति और प्रेम का सोमरस चखेंगें।  .. आँख मूँदकर और अहंकार से बँधकर नहीं , हर जायज़ विरोध सुनेंगें और बिना डरे हर बात कहेंगे।   .. सबका स्वागत है , पर अगर कोई साथ नहीं, अपनी राह पर अकेले चलेंगें।  ..  भीड़ नहीं , आज़ाद बनेंगे।      भेड़ नहीं. शेर बनेंगे।  ............................................ .............................................. (fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love )

वो आज़ादी मेरी भी होगी जहाँ तू आज़ाद हो जाए।.............

. मुझे वफ़ा की चाहत है , तेरे वक़्त की ज़रुरत नहीं।  मुझे साथ चाहिए तेरा , तेरे हाथ की हसरत नहीं।  बना सको तो आसमान बना लेना , अपनी जंजीर नहीं।   मुझे तलब है मोहब्बत की ,कोई जी हुज़ूरी की नहीं।  मुझे देना हर वो चीज़ , जिसे देकर तू आबाद हो जाए।  वो आज़ादी मेरी भी होगी जहाँ  तू आज़ाद हो जाए।   (fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love )

या तो मान ले खता अपनी , नहीं तो देता है जो खुद को ये सज़ा क्या है। ........

  इज़ाज़त है की रो ले तू , पर ये दिन रात का तड़पना क्या है।  या तो मान ले खता अपनी , नहीं तो देता है जो खुद को ये सज़ा क्या है।  सोचता है एक साथ हज़ारों सवाल , आखिर तू खुद को समझता क्या है।  मैं तो हूँ  तेरे सब से करीब , मुझे न सुन ने की वजह क्या है।  दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है , आखिर इस दर्द की दवा क्या है। ............................ (fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love )

ये भगवान का नहीं , भगवान के नाम पर गुलाम बनाता है। .........

ये शब्दों में उलझाता है। लफ़्ज़ों में इतराता है। प्रतीकों को याद और प्रज्ञा को भुलाता जाता है। ये अहंकार है साहब ये भगवान का नहीं , भगवान के नाम पर गुलाम बनाता है। ......................................... (fly ,flyfreely ,flyfreelyhindi , shayari , deep , hindi , poem ,kavita ,love )

जो प्यार होता है वक़्त के पार। ...............

वो भी एक पल था , ये भी एक पल है।  बदल गया हर एक पल में पल।  फिर जायज़ ही है जो बदल गया दिल भी।  अबकी बार उस प्यार पर करेंगे ऐतबार।  जो प्यार होता है वक़्त के पार। 

वो इश्क़ ही क्या जो तुम्हें बदलना चाहे।................

वो इश्क़ ही क्या जो तुम्हें बदलना चाहे। और वो इश्क़ ही क्या जिसमे तुम न बदल जाओ।